काहेकि इआमेर के मनई हमरे पंचन के प्रभू यीसु मसीह के सेबा नहीं करँय, बलकिन अपने कमाई के खातिर सेबा करत हें; अउर मीठ-मीठ बातँय कइके भोले-भाले मनइन काहीं बिसुआस से भटकाय देत हें।
काहेकि मनई स्वार्थी, जादा धन कमाय के लालची, खुद के कामन के बड़ाई करँइ बाले, खुद काहीं दुसरे से बड़ा मानँइ बाले, दुसरे के बुराई करँइ बाले, महतारी-बाप के कहा-बतान न मानँइ बाले, जउन उनखर मदत करी, ओखर उपकार न मानँइ बाले, बुरे काम कइके परमातिमा के ऊपर बिसुआस न करँइ बाले,
इआमेर के मनइन काहीं गलत साबित कइके उनखर मुँह बंद करँइ चाही, काहेकि ईं लोग जादा पइसा कमाँय के खातिर, लोगन काहीं गलत सिच्छा दइके, पूरे घर के लोगन काहीं बिगाड़ देत हें।
मसीही मन्डली के अध्यच्छ काहीं, जेही परमातिमा मसीही मन्डली के लोगन के देख-रेख करँइ के काम सउँपिन हीं, एसे उनहीं बेकसूर होंइ क चाही; अउर ऊँ अड्डी न होंय, अउर न गुस्सइल होंय, अउर न झगड़लुअय होंय, अउर न दारुअय पिअँइ बाले होंय, अउर गलत काम कइके पइसा कमाँय बाले न होंय।
इहइमेर बुढ़ान मेहेरिअन काहीं सिखाबा, कि उनखर चाल-चलन पबित्र चाल चलँइ बाले मनइन कि नाईं होय; ऊँ दुसरेन के ऊपर दोस लगामँइ बाली न होंय, अउर दारू पिअँइ बाली न बनँय, बलकिन निकही बात सिखामँइ बाली बनँय।
तोंहरे बीच माहीं लड़ाई-झगड़ा काहे होत हें? तूँ पंचे आपस माहीं लड़ाई-झगड़ा काहे करते हया? तोंहरे मन माहीं जउन सुख-बिलास के इच्छा रहती हईं, उनहिन के कारन इआ सगला होत हय।
कि परमातिमा के उआ झुन्ड के रखबारी करा, जउन तोंहईं पंचन काहीं सउँपा ग हय, अउर इआ काम कउनव दबाव से नहीं, बलकिन परमातिमा के मरजी के मुताबिक, बड़े खुसी के साथ पूरे मन से किहा। अउर इआ काम नीच कमाई के खातिर न किहा।
अउर ऊँ पंचे लालच के कारन, अपने बनावटी बातन से तोंहसे पंचन से धन कमँइ हँय, उनखे इआ काम के सजा परमातिमा के द्वारा पहिलेन से निस्चित कीन जाय चुकी हय। अउर उनखर बिनास तइआर हय, अउर उनखर इन्तजार कइ रहा हय।
हम यूहन्ना, जउन तोंहार पंचन के भाई, अउर यीसु के कस्ट, अउर राज, अउर धीरज माहीं, तोंहार पंचन के सहभागी आहेन, परमातिमा के बचन, अउर यीसु के गबाही के कारन, पतमुस नाम के टापू माहीं रहेन हय।