हमहीं पंचन काहीं इआ बात के घमन्ड हय, कि हम इआ बात सच्चे मन से कहि सकित हएन, कि हम पंचे इआ संसार के मनइन के साथ, अउर खास करके तोंहरे पंचन के साथ, परमातिमा के किरपा के मुताबिक बेउहार किहेन हय। हम पंचे उआ बेउहार सरलता अउर सच्चाई के साथ किहेन हँय, जउन परमातिमा से मिलत हय, अउर उआ संसार के बुद्धी से नहीं मिलय।