जइसन कउनव मेहेरिआ के जब बच्चा पइदा होंय लागत हय, त ओखे खुब पीरा होत ही, काहेकि ओखे पीरा के समय आय पहुँचा हय, पय जब उआ बच्चा पइदा कइ चुकत ही, त इआ खुसी के मारे कि संसार माहीं एकठे मनई पइदा भ हय, उआ पीरा काहीं पुनि सुधि नहीं करय।
अउर उन पहिलउठिन के साधारन सभा, अरथात मसीही मन्डली के लघे आय गया हय, जिनखर नाम स्वरग माहीं लिखे हँय, अउर सबके न्याय करँइ बाले परमातिमा के लघे, अउर परिपूर्न कीन गईं पबित्र मनइन के आत्मन के लघे आय गया हय।
त हम पंचे एतनी महान मुक्ती देंइ बाले बचन के तिरस्कार कइके, कइसन सजा से बँच सकित हएन? अरथात नहीं बँच सकी। जेखे बारे माहीं सबसे पहिले प्रभू बताइन तय, अउर सुनँय बालेन के द्वारा हमहीं पंचन काहीं पूर बिसुआस भ।