पय परमातिमा के धन्यबाद होय, जउन मसीह के द्वारा अपने बिजय-अभियान माहीं हमहीं पंचन काहीं हमेसा गइल देखाबत हें। अउर हमरे पंचन के द्वारा अपने ग्यान के महक हरेक जघन माहीं फइलाबत हें।
जब हम पंचे अपने प्रभू यीसु मसीह के दुसराय आमँइ के समय उनखे आँगे ठाढ़ होब, त तोंहईं पंचन काहीं छोंड़, हमार पंचन के आसा, आनन्द, अउर बड़ाई के मुकुट अउर का होइ सकत हय?