का एसे तोंहईं पंचन काहीं अइसन लागत हय, कि हम मनइन काहीं प्रसन्न करँइ चाहित हएन? कि परमातिमा काहीं प्रसन्न करँइ चाहित हएन? पय तूँ पंचे इआ जानिल्या, कि अगर हम अबे तक मनइन काहीं प्रसन्न करत रहित, त मसीह के सेबक न होइत।
काहेकि, हे भाई-बहिनिव, तूँ पंचे हमरे पंचन के कठिन मेहनत अउर दुख काहीं सुध रखते हया, हम पंचे एहिन से दिन-रात काम धन्धा कइ-कइके तोंहरे बीच माहीं, परमातिमा के खुसी के खबर के प्रचार किहेन, कि तोंहरे ऊपर बोझ न होय।
तूँ पंचे हमरे ऊपर बिसुआस कइसन कइ सकते हया, काहेकि तूँ पंचे त आपस माहीं एक दुसरे से मान-सम्मान चहते हया, अउर उआ मान-सम्मान पामँइ के कोसिस नहीं करते आह्या, जउन एकलउते परमातिमा के तरफ से मिलत हय।
जउन पुरान बिसुआसी मसीही मन्डली के सगला प्रबन्ध निकहा से करत हें, खास करके उँइ जउन बचन सुनामँइ अउर सिखामँइ माहीं मेहनत करत हें, उँइ दुगुने मान-सम्मान के काबिल समझे जाँय।
जबकि अबे हम तोंहसे दूरी हएन, तऊ ईं बातन काहीं तोंहरे खातिर लिख रहेन हय, कि जब हम तोंहरे बीच माहीं अउब त, जउन अधिकार हमहीं प्रभू दिहिन हीं, त उआ तोंहरे फायदय के खातिर दिहिन हीं, हानि के खातिर न होय, त तूँ पंचे इआ ध्यान रख्या, कि हमहीं ओखर उपयोग कड़ाई से न करँइ परय।
हम पंचे आपन प्रचार नहीं करी, बलकिन यीसु मसीह के प्रचार करित हएन, कि उँइन प्रभू आहीं, अउर हम पंचे अपने बारे माहीं त इहय कहित हएन, कि हम पंचे यीसु मसीह के कारन तोंहार पंचन के सेबक आहेन।