1 एसे जब मसीह अपने देंह माहीं दुख उठाइन हीं, त तुहूँ पंचे घलाय उनहिन कि नाईं सोच-बिचार काहीं अपनाय ल्या। काहेकि जे कोऊ अपने देंह माहीं दुख उठाबत हय, त उआ पाप के सम्बन्ध से मुक्ती पाय चुका हय।
अउर हम मसीह के साथ क्रूस माहीं चढ़ाए गए हएन, अउर हम अब से जिन्दा नहीं रहि गएन, बलकिन मसीह हमरे भीतर जिन्दा हें। अउर अब हम देंह माहीं जउन जिन्दा हएन, उआ केबल परमातिमा के लड़िका के ऊपर बिसुआस किहे के कारन जिन्दा हएन, जउन हमसे एतना प्रेम किहिन, कि खुद काहीं हमरे खातिर बलिदान कइ दिहिन हीं।
एसे तूँ पंचे आपन ध्यान यीसु के ऊपर लगाए रहा, जे अपने बिरोध माहीं पापी मनइन के द्वारा दीनगे, घोर कस्ट काहीं सहि लिहिन हीं, कि जउने तूँ पंचे सताव के समय निरास होइके हिम्मत न हारा।
अउर तूँ पंचे एहिन के खातिर परमातिमा के द्वारा बोलाए गया हय, काहेकि मसीह घलाय तोंहरे खातिर दुख सहिके, तोंहईं नमूना देखाइगे हँय, कि जउने तुहूँ पंचे उनहिन के पद चिन्हन माहीं चला।
काहेकि मसीह घलाय हमरे पंचन के पापन के बदले माहीं, दुख उठाइन हीं, अरथात ऊँ निरदोस रहे हँय, तऊ हम पंचे जउन पापी रहेन हँय, हमरे खातिर एक बेरकी मरिगें, कि जउने हमहीं पंचन काहीं परमातिमा के लघे लइ आमँय। मसीह सारीरिक रूप से त मारे गें, पय आत्मिक रूप से जिआय दीनगें।