5 अउर पुरान समय माहीं घलाय, जउन मेहेरिआ पबित्र रही हईं, ऊँ पंचे परमातिमा के ऊपर पूर आसा रक्खत रही हँय, अउर अपने-आप काहीं इहइमेर सजाबत रही हँय, अउर अपने-अपने मंसेरुआ के अधीन रहत रही हँय।
अउर याफा सहर माहीं एकठे तबीता नाम के बिसुआसिन रहत रही हय, जउन दोरकास नाम से घलाय जानी जात रही हय, उआ खुब निकहे-निकहे काम करत रही हय, अउर गरीबन काहीं दान देत रही हय।
अउर भलाई के कामन काहीं करँइ माहीं ओखर नाम आँगे रहा होय, अपने लड़िकन-बच्चन काहीं निकहा से पालिस-पोसिस होय; अउर महिमानन के सेबा किहिस होय, अउर उआ बिसुआसिअन के गोड़ धोइस होय, अउर दीन-दुखिअन के मदत किहिस होय, अउर भलाई के कामन काहीं मन लगाइके किहिस होय।
अउर सारा काहीं परमातिमा के ऊपर पूर बिसुआस रहा हय, एहिन से ऊँ भले बाँझ रही हँय, तऊ लड़कहाई होंइ के सक्ती पाइन; काहेकि परमातिमा उनसे जउन वादा किहिन तय, कि उनखे जरूर लड़िका होई, इआ बात काहीं ऊँ सही मानिके पूर बिसुआस किहिन तय।
हमरे पंचन के प्रभू यीसु मसीह के पिता परमातिमा के धन्यबाद होय, जउन यीसु मसीह काहीं मरेन म से जिआइके, अपने बड़ी दया से हमहीं पंचन काहीं अनन्त जीबन पामँइ के खातिर, जउन जिअत आसा ही, ओखे खातिर नबा जनम दिहिन हीं।