ऊँ पंचे वादा के चीजन काहीं भले नहीं पाइन, तऊ बिसुआस माहीं बने रहिगें, अउर मरँय से पहिले वादा के चीजन काहीं दूरिन से देखिके खुब खुसी भें, अउर इआ मान लिहिन तय, कि हम पंचे इआ धरती माहीं परदेसी अउर बाहिरी मनइन कि नाईं हएन, अउर ओखे बाद परमातिमा के ऊपर बिसुआस करत ऊँ पंचे मरिगें।