20 फिर बौ कहेन लगो, “जो कछु इंसानन के भीतर से निकरथै, बहे से बौ गंदो, होथै।
20 येशू कही, “आदमी जो सोचतहएं, कहातहएं और करत हएं, बहे बिनके परमेश्वरके अग्गु अशुद्ध बनातहए।
पर जो कछु मोहों से निकरथै, बौ मन से निकरथै, और बहे इंसान कै असुद्ध करथै।
पर ईसु जबाब दई, “सास्त्र कहथै, ‘इंसान सिरफ रोटी से ही जिंदो नाय रह सकथै,’ लेकिन हर बौ सब्द से जीथै जो परमेस्वर बोलथै।”
ऐसी कोई चीज हईये नाय जो इंसानन कै बाहर से भीतर जाएकै गंदो करै, बल्किन जो चीज इंसानन के भीतर से निकरथै, बहे बाकै गंदो करथै।”
काहैकि इंसानन के भीतर सेई मन मैं बुरी-बुरी सोच, छिनरइपना, चोरी करनो, मार डारनो,
जे बातैं मन के भीतर सेई निकरथैं और इंसानन कै असुद्ध करथैं।”
मेलिकिसिदक लेवी को बंसज नाय रहै, लेकिन बौ अब्राहम से दसमों भाग इखट्टो करी और बाकै आसीस दई, जो परमेस्वर के वादा कै पाई रहै।
जीभ एक आगी है; जीभ हमरे अंगन मैं एक अधर्म की एक दुनिया है और पूरे सरीर मैं कलंक लगाथै, और भवचक्र मैं आगी लगाए देथै और नरक कुंड की आगी से जलत रहथै।
तुम्मैं लड़ाई और झगड़ा कहाँ से आथैं? का बे सुख विलासन से नाय जो तुमरे आँगन मैं लड़थै-भिड़थै?