और ध्यान से देखत रहबौ, ऐसो नाय होबै, कि कोई परमेस्वर के अनुग्रह पान से छूट जाबै, या कोई कड़वी जड़ फूट कै दुख देबै, और बाके जरिया निरे लोग असुद्ध हुई जामैं।
“सुनौ! मैं चुट्टा के तराहनी आए रहो हौं! धन्य है बौ जो जगत रहथै, और अपने लत्तन की रखबारी करथै, ताकी बौ नंगो नाय चलै और सब लोगन के सामने बाकी बेजती ना होबै!”
तौ जागो, और जो तुमरे झोने हबै जो भी है बाकै पूरी तरह से मजबूत करौ। काहैकि मैं जो तोसे पाओ हौं कि जो कुछ तू जो करो है हबै ले परमेस्वर की नजर मैं सिद्ध ना भौ है।