पतरस जबाब दई, “हाँ, देथै।” जब बौ घरै आओ, तौ ईसु बाके पूँछन से पहले बासे कही, “सिमौन तैं का समझथै? पृथ्वी के राजा लगान या कर कौन से बसूलथैं? अपने लौड़न से या परायन से?”
जहो जरूरी है कि नेता निर्दोस, और एकै बईय्यर को लोगा होनो चाहिए, सांतचित्त, खुद मैं नियंतरित और व्यवस्थित होबै; और हितुअन को आदर भाव करन बारो, और सिखान मैं अच्छो होनो चाहिए;
जो बिहा करन से रोकंगे, और खाने कि चीज मैं खान के ताहीं परेज करन ताहीं कहंगे; जिनकै परमेस्वर जौ ताहीं सिरजाई कि विस्वासी और सच्चाई कै जानन बारे उनकै धन्यवाद दैकै खामैं।