16 बौ समय ईसु बरअब्बा नाओं को एक नामी कैदी रहै।
16 बो समय बारब्बा नाउँको एक नामी कैदी रहए।
हर फसह के त्योहार मैं रोमन हाकिम कोई भी एक कैदी कै भीड़ के ताहीं छोंड़े करत रहै।
जब भीड़ जुरानी तौ पिलातुस उनसे पूँछी, “तुम कौनकै चाहथौ कि मैं तुमरे ताहीं छोड़ो? बरअब्बा कै या ईसु जो मसीहा कहो जाथै?”
बरअब्बा नाओं को एक आदमी बे दंगाईयन के संग कैदी रहै, जो दंगा मैं हत्या करी रहैं।
पिलातुस बौ आदमी कै छोड़ दई, जो दंगा और हत्या के आरोप मैं कैदखाना मैं डार दौ गौ रहै, और ईसु कै उनकी इच्छा के हिसाब से सौंप दई।
तौ बे फिर चिल्लाए कै कहीं, “जाकै नाय! लेकिन तैं हमरे ताहीं बरअब्बा कै छोड़ दे!” और बरअब्बा डाँकू रहै।
बौ पवित्र और धर्मी रहै, लेकिन तुम बाकै ना अपनाय, और जाके बजाय तुम पिलातुस कै सौंप दै और कहे कि बौ बाकै एक कातिल के रूप मैं बदल दियै।
बे तौ परमेस्वर की जौ नियम जानथैं, कि ऐसे-ऐसे काम करन बारे मौत की सजा के लायक हैं, तहुँओं बे ऐसो काम करथैं, बल्किन करन बारेन कै बढ़ावा देथैं।
अन्द्रुनीकुस और यूनियास कै जो मेरे हितुआ-नातेदार हैं, और मेरे संग कैदखाना मैं गै रहैं, प्रेरित होन मैं खूब नाओं बारे हैं, और मोसे पहले मसीह बन गै रहैं, उनकै नमस्ते।