तौ बे ईसु से पूँछीं, “का तैं सुनथै कि जे का कह रै हैं?” ईसु उनसे कही, “हाँ सुनथौं का धर्मसास्त्र मैं ‘तुम जौ नाय पढ़े तू बालकन और दूत पीत भै बालकन से आराधना करबाओ है।’”
ईसु उनसे कही, “का तुम कहु पवित्र सास्त्र मैं जौ नाय पढ़े? ‘जो पथरा कै राजमिस्त्री बेकार जानी रहैं, बहे कोहने के सिरा को पथरा हुई गौ। जौ प्रभु के घाँईं से भौ, और हमरे देखन मैं निरालो है!’”
लेकिन तुम लोग जाबौ और समझौ कि सास्त्र के जौ बचन को मतलब का है: कि ‘मैं जानवर को बलिदान नाय पर दया चाहथौं।’ मैं आदर के संग धर्मिन कै नाय बल्कि पापियन कै बुलान कै आओ हौं।”