ईसु बासे कही, “अगर तैं हर बात मैं बढ़िया होनो चाहथै; तौ जा, अपनो सब कुछ बेंच कै गरीबन मैं बाँट दे; और तोकै स्वर्ग मैं धन मिलैगो; और आयकै मेरे पच्छू हुई ले।”
पर बौ दऊवा कै जबाब दई, ‘देख; मैं इतने साल से तेरी सेवा कर रहो हौं, और कभी भी तेरो आग्या नाय टालो, फिर तू मोकै आज तक एक बकरिया को बच्चा तक नाय दौ, कि मैं अपने दोस्तनौ के संग खुसी मनामौ!
मैं तुमसे कहथौं; जहे रीति से एक मन फिरान बारे पापी के बारे मैं भी स्वर्ग मैं इतनी ही खुसी होगी, जितनो की निन्यानवे ऐसे धर्मी के बारे मैं नाय होथै, जिनकै मन बदलन की जरूरत नाय।”