और जब जार भरगौ, तौ मछरेया किनारे खींच लाईं, और बैठकै मच्छी बाँटन के ताहीं बैठ जाथैं, जो अच्छी उन्हैं अपने बर्तन मैं भर लेथैं, और जो खराब हैं बे फेंक दई जाथैं।
बौ महान तुरहई अबाज करैगी, और बौ अपने स्वर्गदूतन कै पृथ्वी के चारौ कोहने मैं भेज देगो, और बे अपने चुने भै लोगन कै दुनिया के एक छोर से दुसरे छोर ले इखट्टो करंगे।”