“देखौ, मेरे जे मासूम अनुयायी मैं से कोई कै तुच्छ मत समझियो; काहैकि मैं तुमकै बताथौं उनके रक्छक स्वर्गदूतन की पौहौंच स्वर्ग मैं मेरे परम दऊवा के झोने हमेसा रहथै।
“या मान लेबौ कि एक घर की एक ऐसी बईय्यर होगी, जोके झोने दस चाँदी के सिक्का होमैं, और उनमैं से एक हराए जाबै; तौ बौ दिया जलाए कै और झाड़ बुड़ार कै जब तक मिल नाय जाबै, मन लगाएकै ढूँड़त नाय रहबै?
परमेस्वर अपने लौड़ा कै जौ दुनिया मैं जाके ताहीं नाय पनारी, कि बौ दुनिया मैं न्याय करै, बल्किन जाके ताहीं पनारी कि जौ दुनिया मैं बाके जरिये उद्धार पामैं।