कउवा कै देखौ: बे बीज ना लगाथै और ना फसल कै इखट्टो करथैं; उनके पास भंडार को घर या खेत खलियान ना हैं; फिर भी परमेस्वर उनकै खबाथै! तुमरो मूल्य पक्छिन की तुलना मैं भौत है!
देखौ जंगली फूल मेरी महिमा के जरिया कैसे बढ़थैं: बे काम ना करथैं और ना अपने ताहीं लत्ता बनाथैं; लेकिन मैं तुमकै बताथौं, कि राजा सुलैमान भी अपनी पूरी सम्पत्ति मैं से एकौ फूल के हानी सुगड़ लत्ता ना पहनी रहै।