काहैकि मैं तुमसे कहथौं कि जो व्यवस्था की किताब मैं लिखो है, ‘बौ अपराधिन के संग गिनो गौ,’ मेरे बारे मैं सच होनो चाहिए, काहैकि मेरे बारे मैं जो लिखो गौ रहै बौ सच हुई रौ है।”
पर जे बात इसलै ही रइ हैं ताकी जौ दुनिया जान जाबै कि मैं परम दऊवा से प्यार करथौं, और दऊवा जैसो आग्या मोकै दई, मैं बैसिये करथौं, “अब उठौ, आपन हिंयाँ से चलैं।”
पर मेरी जो गभाई है, बौ यूहन्ना की गभाई से बड़ी गभाई है: काहैकि जो काम मोकै दऊवा पूरो करन के ताहीं सौंपी है मतलब कि जहे काम जोमैं करथौं, बे मेरे गभा हैं, कि बाबा मोकै पनारी है।
लेकिन मैं अपनी खुद की जिंदगी के ताहीं मेरो कुछ भी प्रिय ना है; मैं सिरफ अपने काम कै पूरो करनो चाहथौं और बौ सेवा पूरो करनो चाहथौं जो प्रभु ईसु मोकै चितौनी के जरिया करन के ताहीं दई रहै, जो कि परमेस्वर के अनुग्रह और किरपा के बारे मैं सुसमाचार की घोसड़ाँ करनो है।”