22 चेला सक की नजर से, कि बौ कौनके बारे मैं कहरौ है, एक दुसरे कै देखन लागे।
22 येशू जा बात कौनके बारेमे कही हए, करके चेला नाए बुझके एक-दुस्रेके देखतए देखत रहिगए।
जब बे खात रहैं, तौ ईसु कही, “मैं तुमसे सच कहथौं, कि तुम मैं से एक मोकै पकड़बागो।”
जौ बात से बे बड़ा उदास भै, और बासे पूँछन लागे, “गुरुजी, का बौ मैं हौं?”
जब सब बे खानु खान बैठन लगे, तौ ईसु कहेन लागो, “मैं तुमसे सच्ची कहथौं, तुम मैं से एक, जो मेरे संग खानु खाए रौ है, मोकै पकड़बागो।”
तभई सब चेला निरास हुईगै और पाली-पाली से बासे पूँछन लागे, “का बौ मैं हौं?”
“लेकिन देखौ! जो मोकै धोका देगो बौ हिंयाँ मेरे संग मेज मैं बैठो है!
फिर बे आपस मैं पूँछन लगे कि उनमैं से कौन ऐसो हुई सकथै जो ऐसो करन बारो है।
“मैं तुम सबके बारे मैं नाय कहथौं; जोकै मैं चुन लौ हौं, उनकै मैं जानथौं; पर जौ इसलै है कि पवित्र सास्त्र को जौ बचन पूरो होबै, ‘जो मेरी रोटी खाथै, बौ मेरे ऊपर लात चलाई।’
जे बात कहकै ईसु आत्मा मैं बेचैन भौ और जौ गभाई दई, “मैं तुमसे सच्ची-सच्ची कहथौं कि तुम मैं से एक जनी मोकै पकड़बागो।”