50 का जे सब चीज मेरे हात की बनाई भइ नाय हैं?’”
50 का मए अपनए जे सब चीज नाए बनाओ?’
“तुम जौ काहे कर रै हौ? हमउँ तौ तुमरे जैसी इंसान हैं! हम हिंयाँ तुमकै सुसमाचार सुनाथैं, कि तुम जे बेकार चीजन से अलग हुईकै जिंदे परमेस्वर के घाँईं फिरौ, जो स्वर्ग और धरती और समुंदर और जो कछु बामै है बनाई।
परमेस्वर, जो धरती और बामै सब कछु बनाई है, बौ स्वर्ग और दुनिया को प्रभु है और इंसान के हातन से बने भै मंदिरन मैं नाय रहथै।