19 और तीसरे दिन कै बे जहाज को समान भी फेंक दईं।
19 और तिसरो दिन पानीजहाज चलानके ताहीं चाहन बारो समान अपने हातसे समुन्दरमे फेकदए।
भयानक आँधी चलतै रइ, तभई दुसरे दिन बे कुछ समान जो जाधे रहै फेंकन लागे,
और जब भौत दिनन तक नाय सूरज नाय तारा दिखाई दै, और भौत आँधी चलत रहे। तौ आखरी मैं हमरे बचन की सब आसा जान लगी।