23 बे चिल्लात रहैं, और अपने लत्ता लहरात रहैं और ब्यार मैं धूदर उड़ात रहैं।
23 बे अपन-अपन बाहेर लगाओ भओ कुर्ता फारतए और अपन गुस्सा दिखानके ताहीं भुवा उणात चिल्लान लागे।
जैसे ईसु गलील झील के किनारे कै गौ, बौ दुई भईय्यन कै देखी, जो मछरेया रहैं, सिमौन पतरस और बाको भईय्या अन्द्रियास, एक संग जार से झील मैं मच्छी मारत रहैं।
तमान बार मैं उन्हैं सभाघर मैं सजा देत रहौं और मैं उनकै प्रभु की बुराई करन के ताहीं मजबूर करन की कोसिस करत रहौं। मैं उनसे इतनो भड़को भौ रहौं की मैं बाहर के सहरन मैं भी जाएकै उन्हैं सतात रहों।”
तुम बहे हौ जो परमेस्वर के नियम पाईं जो स्वर्गदूतन के जरिया दौ गौ रहै, फिर भी तुम जाको पालन ना करे!”
और बाकै सहर के बहार निकारकै पथराव करन लागे। और जो गभा रहैं अपने लत्ता उतारकै साऊल नाओं को एक ज्वान कै देखाभारी के ताहीं छोड़ दईं।