कि तैं उनकी आँखी खोलै, कि बे अंधियारे से उजियारे के घाँईं, और सैतान के अधिकार से परमेस्वर के घाँईं लौटैं; कि पापन की माफी, और बे लोगन के संग जो मेरे ऊपर बिस्वास करन से पवित्र करे गै हैं, बिस्वास पामैं।’
हालाकि, अब मैं तुमकै जो आग्या लिखरौ हौं बौ नया है, काहैकि जाकी सच्चाई मसीह मैं और तुम्हऊँ मैं देखी जाथै। अंधियारो दूर हुई रौ है, और सच्ची को उजीतो पहलिये से चमक रौ है।