26 सबसे आखरी बैरी जो खतम करो जागो, बौ मौत है।
26 जौन शत्रुके सबसे अन्तमे नष्ट करो जएहए, बो हए; मृत्यु।
बे स्वर्गदूतन के हानी होंगे और मर नाय सकथैं। बे परमेस्वर के बालका है, काहैकि बे मौत से जी उठे हैं।
“ओ मौत तेरी जीत कितै गई? ओ मौत तेरो डंक कहाँ रहो?”
पर जौ हमरे उद्धारकर्ता, ईसु मसीह के आन से हमैं पता चलो है। बौ मौत की सक्ति कै खतम कर दई है और सुसमाचार के जरिया अनंत जिंदगी कै दिखाई है।
जहेमारे जब कि बालका मास और खून के भागीदार हैं, तौ ईसु खुद भी उनके तरह उनको सहभागी हुई गौ; ताकी मौत के जरिया बाकै जोकै मौत ऊपर सक्ति मिली रहै, मतलब सैतान कै निकम्मो कर देबै,
फिर समुंदर मरे भैन कै छोड़ दई, मौत और नरक भी अपने झोने रखे मरे भैन कै छोड़ दई। और जो कुछ बे करीं रहैं बाके हिसाब से सबको न्याय करो गौ।
फिर मौत और नरक कै आगी की झील मैं डार दौ गौ, जौ आगी की झील तौ दुसरी मौत है।
बौ उनकी आँखी से सब आँसु पोंछ डारैगो। फिर न मौत रैहगी, और ना सोक, ना विलाप, ना पीड़ा रैहगी पुरानी बात बीत गई हैं।”