8 और अगर तुरहई को बोल सपा नाय होबै, तौ कौन लड़ाई के ताहीं समरैगो?
8 युद्धमे, अगर तुरहीको स्पष्ट अबाज नाए अएहए कहेसे सैनिक लडाइ लडनके ताहीं तयार नाए हुइ सकत हएं।
ऐसियै अगर बगैर ज्यान की चीजैं, जिनमैं से अबाज निकरथै, जैसे कि बुसली या बीन, अगर उनके स्वर मैं भेद ना होबै तौ, जब बामै फूँको या बाकै बजाओ जाथै, बौ कैसे करकै पहचान मैं आगो?