जो-जो दिन जैसे-जैसे सोभा देथैं, बैसिये हम सई ढंग से चलैं, ना कि मौज मस्ती और पीन-पान मैं, ना व्यभिचार, और ना घटिया काम करन मैं, और लड़ाई और नफरत से दूर रहमैं।
और अगर तुम मैं से कोई भी भूंको होबै, तौ तुमकै घरईये खानु खानो चहाईये, जोसे तुम एक संग मिलथौ तौ सजा की वजह नाय होबै। और बाकी बातन कै मैं खुद आयकै ठीक कर देंगो।