3 ओक्राक्पाछु पत्रुसे बोल्लोकुन्, “अ हननिया, आफ्निक् हिर्दायाइ सैतानलाइ राज कर्बा देइबानाइ तुँइ किसा पबित्र आत्मालाइ ढाँठस्ला? आउँ जिमि बेंच्ल पैसा आधासेहे किसा तुँइ आफ्निक् लागि नुकाहिन् धरै?
उहे सैर्हे पत्रुसे ओक्रानि बोल्लोकुन्, “तोहोराखर्ह्वा दोहोजेनाइ पर्भुक् आत्मालाइ ढाँट्बाक्नि कहनें मिलिहिन् साल्हा करेहे? दिठाउ तोरा साँइर्ह्लाइ गार्बा जाइलाहार मानुसलक् अख्नि भर्खर दिहाँरक् बाहारै आइपुग्ल रहट्थ्ला, आउँ उखर्ह्वाइ तोरा देहिऔ उहेरङे करिबानाइ बोकिहिन् बाहार लेगिदेस्ला।”
उ जिमि नहिं बेंच्ल टाकै किस् उ तोरा आफ्निक् नहिं रैल्हास् ते? आउँ बेंचिबानाइपाछुऔ उ तोरे अधिकारै बोइने रैल्ह ते? यरङ् नराम्रो काम कर्बाक् बिचार तोरा हिर्दायाइ कहनें आवास्? तुँइ मानुसलकलाइ बोइनें तर परमेस्वरिहिलाइ ढाँठ्ल धरस्ला।”
तसौ हननियाइ बेंचिबानाइ आइल पैसा आधासेहे आफ्निक्सङ्हिं नुकाहिन् धर्लक्, जुन् कहिन् ओक्राक् बोइकोलाइ पुराय थाहा रैल्हकुन्, आउँ बाँकि रैल्ह पैसा लेइबानाइ प्रेरितलकलाइ जिम्मा देलक्।
उहे समइमा बार्होजेना चेलालकक्मध्येमा यहुदा इस्करियोत बोल्लो चेलाक् हिर्दायाइ सैतान पोस्लोकुन्।