7 तौ हम का कैंऐ? का नियम पाप है? बिलकुल ना! पर बिना नियम के मैं पाप कै ना पैचान पातो कै पाप का है? अगर नियम ना बताते, “कै लालच मत करौ” तौ मैं लालच कै ना जान पातो।
इसताँई अगर हमरे बुरे काम परमेसर के अच्छे काम कै दिखामै हैं, तौ हम का करैं? मैं आदमी की सोच के हिसाब सै कैरओ हौं कै, का परमेसर को हमरे ऊपर घुस्सा कन्नो, गलत है?
इसताँई तुम बी अपने सरीर की उन बातौं कै खतम कर दो, जो जा दुनिया की हैं, मतलब बैबिचार, गंदे काम, गंदी सोच, गंदी बात कन्नै की इच्छा, लालच जे सबई मूरती पूजा के बराबर हैं।
इसको मतलब जौ ना है कै जो अच्छी हैं बेई मेरे ताँई मौत को कारन बनी हैं, हाँ अच्छी बात। पाप उस नियम सै मेरे ताँई मौत को कारन इसताँई बनो कै पाप परकट हो सकै और नियम के दुआरा पाप और पाप बनै।
कैसेकै मूसा को नियम किसी कै बी पूरी तरै सै पक्को ना करै है। पर अब हमरे ताँई एक ऐंसी अच्छी आस रक्खी गई है, जिसके दुआरा हम परमेसर के धौंरे जा सकै हैं।