11 कैसेकै पाप कै नियम के दुआरा मौको मिल गओ तौ उसनै मैंकै धोको देओ और उसई नियम के दुआरा मैंकै मार दओ।
इस आगियाँ सै फाएदा उठाकै पाप नै मेरे भीतर हर तरै को लालच पैदा करो, कैसेकै बिना नियम के पाप मुरदो है।
जब तक “आज” को मौको तुमरे धौंरे है हर दिन तुम एक दूसरे कै समजाते रौह, जिस्सै कै तुम्मै सै कोई बी पाप के बैहकाबे मै आकै अपने दिल कै कठोर ना कर ले।
अगर कोई आदमी खुद कै धरमी समजै है, पर अपनी जबान मै लगाम ना लगाबै है, तौ बौ खुद कै धोको देवै है और बाकी भक्ति बेकार है।
परमेसर के बचन मै चलनै बारे बनौ, ना कै सिरप सुन्नै बारे। अगर तुम बाकै सिरप सुनौई हौ तौ अपने आपकै धोको देवौ हौ।
इसको मतलब जौ ना है कै जो अच्छी हैं बेई मेरे ताँई मौत को कारन बनी हैं, हाँ अच्छी बात। पाप उस नियम सै मेरे ताँई मौत को कारन इसताँई बनो कै पाप परकट हो सकै और नियम के दुआरा पाप और पाप बनै।
कै तुम अपने पुराने चाल-चलन और सौभाब कै बदल दो कैसेकै बौ भटकानै बारी इच्छाऔं की बजै सै भरस्ट होतो जावै है।
कैसेकै नियम के कामौ सै कोई आदमी परमेसर के सामने धरमी ना ठैरैगो, पर नियम सै पाप की पैचान होवै है।