उनौनै मेरी जान बचानै के ताँई अपनी जान बी खतरा मै डार दई ही। ना सिरप मैं उनको धन्नबाद करौ हौं बलकन गैर यहूदिऔं की सबई बिसवासिऔ की मंडली बी उनको धन्नबाद करै है।
कैसेकै इन लोगौ की बुद्धि मारी गई है, इनौनै अपने कान बन्द करर खाए हैं, और अपनी आँख मूँद लंई हैं, ना तौ अगर बे आँखौ सै देखते, और कानौ सै सुनते, बुद्धि सै समजते और मेरी ओर लौहट आते तौ मैं इनकै भलो चंगो कर देतो।’