मेरी इच्छा और आस जौई है कै चाँहे मैं मरौं या जिन्दो रैहऔ मेरी किसी बात मै बेजती ना होए, पर मेरे सरीर सै हमेसा पूरी हिम्मत के संग मसी की महिमा होती रैहऐ जैसी हमेसा होवै है, और अब्बी हो रई है।
इसताँई मैं जे दुख बी उठा रओ हौं, फिर बी मैं सरमाबौ ना हौं कैसेकै मैं जौ बात जानौ हौं कै मैंनै किस मै बिसवास करो है। मैंकै पक्को भरोसो है कै जो मैंकै चीज सौंपी हैं बाकी रखबारी बौ कर सकै है, जब तक कै बौ नियाय को दिन ना आय।
तुम लोगौ नै सच्चाई को बचन अपनी मुक्ति की अच्छी खबर कै सुन्नै के बाद मसी मै बिसवास करो, और तुमरे ऊपर परमेसर नै मौहर के रूप मै पबित्तर आत्मा दओ जिसको बादो परमेसर नै करो हो।
ईसु नै परमेसर के खाने हात की ओर सबई सै ऊँची जघै पाई, और बाकै बौ पबित्तर आत्मा दई जिसको बादो परम पिता परमेसर नै करर खाओ हो। फिर बानै जा आत्मा कै हमरे ऊपर उतारो जिसकै अब तुम देखौ और सुनौ हौ।
“‘परमेसर कैबै है कै, आखरी बखत मै ऐंसो होगो कै, मैं सबई लोगौ मै अपनी पबित्तर आत्मा उतारंगो और तुमरे लौंड़ा और लौंड़िया परमेसर की ओर सै बोलंगे, और तुमरी नई पीड़ी दरसन पांगी और तुमरे बुजरग सपनो देखंगे।
कैसेकै परमेसरई है जिसनै ऐंसो कैओ है कै, “इन्धेरे मै उज्जेरो हो जाय।” और बौई उज्जेरो हमरे दिलौ मै बी चमको जिस्सै कै हम परमेसर की बा महिमा के गियान की जोती कै जान जाऐ जो परभु ईसु मसी के मौह मै चमकै है।
जब हमरे मौह सै परदा हट गओ है तौ हम एक दरपन के हाँई हैं। और बामै परभु की चमक कै देखै हैं। हम बी बाके हाँई बैसेई होनै लगै हैं, और हमरी चमक बढ़ती चली जावै है और जौ चमक परभु की आत्मा सै मिलै है।
जैसो पबित्तर सास्तर मै लिखो है, “देखौ मैं सिओन मै एक पत्थर रख रओ हौं, जो लोगौ कै ठेस लगाबै है, और एक चट्टान जो ठोकर लगाबै है। मगर जो कोई उसके ऊपर बिसवास करैगो उसकी कबी बेजती ना होगी।”