कैसेकै जब हम परमेसर के दुसमन हे, तौ उसनै अपने लौंड़ा की मौत के दुआरा हमरो मेल अपने संग कराओ है, और अब मेल हो चुको है तौ हम मसी जिन्दगी दुआरा मुक्ति काए ना पांगे?
पर अब तुमनै परमेसर कै जान लओ है या जौ कैंऐ कै परमेसर तुमकै जानै है। तौ तुम अब दुनिया के कमजोर और बेकार नियमौ के पिच्छे बापस काए जानो चाँहौ हौ? और का तुम उनको फिर सै गुलाम बन्नो चाँहौ हौ?
तुमनै मसी कै देखो ना है, फिर बी तुम उस्सै पियार करौ हौ। तुम बाकै अबी देख ना पा रए हौ, मगर फिर बी बाके ऊपर बिसवास करौ हौ और एक ऐंसी खुसी और महिमा सै भरे भए हौ जिसकी कोई हद ना है।
धन्नबाद को बौ कटोरा जिसके ताँई हम धन्नबाद देवै हैं, तौ का हम मसी के खून मै साजेदार ना हैं? और बौ रोटी जिसकै हम तोड़ै हैं, तौ का हम मसी के सरीर के साजेदार ना हैं?
कैसेकै अगर उनकै छोड़नै की बजै सै दुनिया सै परमेसर के संग मेल-मिलाब पैदा होवै है, तौ फिर परमेसर के दुआरा यहूदी लोगौ कै अपनाऐ जानै सै मरे भएऔं मै सै जिन्दो कन्नै के बराबर ना होगो?
और ना सिरप बेई पर हम बी जिनकै आत्मा को पैलो फल मिलो है, खुदई अपने भीतर कैंखैं हैं। कैसेकै हम परमेसर की औलाद बन्नै को और अपने सरीर की मुक्ति पानै को पैंड़ो देख रए हैं।
और इतनोई ना, पर बाकै बिसवासिऔ की मंडली के लोगौ नै चुनो कै बौ जा दान के काम मै हमरे संग जाय, और जौ सेवा हम इसताँई करै हैं कै परभु की महिमा और हमरी सायता कन्नै की इच्छा परकट हो जाय।