बे लोग जो नियम के कामौ मै भरोसो रक्खै हैं, उनके ऊपर सराप है, कैसेकै पबित्तर सास्तर मै लिखो है कै, “बे सिगरे आदमी सरापित हैं, जो मूसा के नियम की लिखी भई सिगरी बातौं मै ना चलै हैं।”
तौ फिर नियम को का मतलब है? जाकै जा ताँई दओ गओ कै लोग अपने पापौं कै देख सकैं। जिस बेटा के आनै को बादो करो है और बा बेटा के आनै तक जौ नियम है। परमेसर नै इन नियमौ कै सुरगदूतौं के दुआरा मूसा कै दओ और जौई मूसा परमेसर और आदमिऔ के बीच को बिचौंदिया है।
जो लौंड़ा मै बिसवास करै है, हमेसा की जिन्दगी बाई की है, पर बौ जो लौंड़ा की ना मानै है बाकै जिन्दगी ना मिलैगी, और परमेसर को घुस्सा बाके ऊपर बनो रैहगो।
देखौ, कोई बी तुमकै बेकार की बातौं कै बोलकै धोके मै फसा ना पाऐ। कैसेकै इन सबई बातौं की बजै सै परमेसर की घुस्सा उनके ऊपर पड़ै है जो बाको हुकम ना मानै हैं।
कैसेकै अच्छी खबर जौ बताबै है कै परमेसर के संग आदमी को सई रिस्ता कैसे बनै है। जौ रिस्ता सुरू सै लेकै आखरी तक बिसवास मै टिको है, जैसो लिखो है, “धरमी आदमी बिसवास सै जिन्दो रैहगो।”
और जाति-जाति कै मारनै के ताँई उसके मौह सै एक पैनी तरवार लिकरैगी, और बौ लोहो को डन्डा लेए भए उनके ऊपर राज करैगो। और बौ सरब सकतिमान परमेसर के भयानक घुस्सा के कुन्ड मै बौ अंगूर को रस नचोड़ैगो।