कैसेकै हम बी पैले, मूरख और आगियाँ ना माननै बारे, और भरम मै पड़े भए और हर तरै की बुरी बासनाऔ और सुकबिलास के गुलाम हे, बैरभाव, जरन और नफरत कन्नै मै जिन्दगी बिता रए हे, हम सै लोग नफरत करै हे, और हम बी एक दूसरे सै बैर रक्खै हे।
हम जानै हैं कै परमेसर को लौंड़ा आ गओ है और बानै हमकै समज दई, ताकि हम बा सच्चे परमेसर कै जान लैं और बामै बने रैंह जो सच्चो है, कैसेकै हम बाके लौंड़ा ईसु मसी मै बने रैहबै हैं। जौई सच्चो परमेसर है और हमेसा की जिन्दगी है।
जब उनौनै परमेसर को सच्चो गियान पानो सई ना समजो, तौ परमेसर नै बी उनकै जो ना सोचनो चँईऐ, बौई सोचनै के ताँई और जो ना कन्नो चँईऐ बौई कन्नै के ताँई छोड़ दए।
जो कोई परमेसर के राज को बचन सुनै है पर समजै ना है, तौ सैतान तुरन्त आकै परमेसर के बचन कै जो उनके मन मै बोओ गओ हो, उसकै उठा ले जावै है, जे बेई हैं जो मैड़ के किनार बोए गए हे।