कै बौ महान सैहर तीन टुकड़ौ मै बिखर गओ और हर देसौ के सैहरौं को नास हो गओ। तब परमेसर नै बड़े बेबिलोन सैहर कै सजा दैनै के ताँई याद करो हो। ताकि बौ उसकै अपनी भबकते घुस्सा के रस सै भरो भओ कटोरा कै पिबाय।
कैसेकै नियाय कन्नै को बखत आई गओ है कै पैले परमेसर अपनेई लोगौ सै नियाय सुरू करैगो, और जब नियाय की सुरूआत हम सैई होगी तौ उन लोगौ को का होगो? जो परमेसर की अच्छी खबर कै ना मानै हैं।
तौ बौ परमेसर के कोप को रस पियैगो जो उसके घुस्सा के कटोरा मै डारो गओ है, और पबित्तर सुरगदूतौं के सामने और मैमना के सामने उसकै आग और गन्धक मै दरद देओ जागो।
बिसवास की बजै सैई जब परमेसर नै इब्राहिम कै बुलाओ तब बौ बाको हुकम मानकै बा जघै के ताँई लिकरो जिस जघै कै बिरासत मै दैनै को बादो परमेसर नै बासै करो हो। और बौ जौ बात ना जानै हो कै मैं कहाँ जा रओ हौं पर तब्बी बौ बहाँ गओ।
तौ का भओ अगर परमेसर नै अपनी घुस्सा दिखानै और अपनी सकति परकट कन्नै के ताँई उन लोगौ की जो घुस्सा के हकदार हे और जिसको बिनास होनै बारो हो, बड़े सबर के संग उनकी बरदास करी।
बईयरौं, तुम अपने लोग की बात माने करौ, इसताँई कै उनमै सै अगर कोई परमेसर के बचनौ कै ना मानै है, तौ बे तुमरे पबित्तर और आदर बारी जिन्दगी कै देक्कै, तुमरे बगैर कुछ कैए बिना मसी बिसवास मै आँय।
कैसेकै मैंकै जा बात को डर है कै जब मैं तुमरे धौंरे आऔं तौ तुमकै बैसो ना पांऔ जैसो मैंनै सोचो है, और तुम बी मैंकै बैसो ना पाऔ जैसो तुम सोचै हे। मैंकै जा बात को डर है कै कबी तुमरे बीच मै आपस मै लड़ाई, जरन, घुस्सा, मतलबी इच्छा, चुगली, घमंड, और नियम सई ना मिलै।
पर कुछ और आदमी तौ सच्चाई के संग ना, बलकन अपने मतलब की इच्छा सै मसी को परचार करैं हैं। कैसेकै बे सोचै हैं कै ऐंसो करकै बे जेल मै मैंकै दुख देनो चाँहै हैं।