इसताँई ठैराए भए बखत सै पैलेई, परभु के आनै तक कोई किसी को नियाय ना करै, कैसेकै बौई तौ इन्धेरे मै छिपी भई बातौं कै सामने लागो, और जो बात आदमी के मन मै है। बाकै बी बौ परकट कर देगो। तब सिगरे लोगौ की बड़ाई परमेसर की ओर सै होगी।
कैसेकै परमेसर नै एक दिन ऐंसो ठैराओ है, जिसमै बौ बा आदमी के दुआरा दुनिया के लोगौ को सच्चाई सै नियाय करैगो जिसकै बानै ठैरार खाओ है, और बाकै मरे भएऔं मै सै फिर सै जिन्दो करकै जा बात को सबूत दे दओ है।”