21 कैसेकै अगर परमेसर नै जब उन डुग्गिऔ कै ना रैहन दओ जो उसमै पैलेई सै हीं तौ बौ तुमकै कैसे रैहन देगो?
मैं तुमकै याद दिब्बानो चाँहौ हौं, बलकन तुम उन बातौं कै पैलेई सै जानौ बी हौ कै परभु मिसर देस सै ईसराइली लोगौ कै बचाकै लाओ और बाद मै जिन्नै बिसवास ना करो हो उन लोगौ कै नास करो।
पर अब तुम कैऔगे, “हाँ, इसताँई बे डुग्गी तोड़ी गंई, कै मैंकै कलम करकै लगाओ जाऐ।”
बौ जिसनै अपने लौंड़ा तक की परवा ना करी, पर उसकै हम सबके ताँई दे दओ, तौ बौ उसके संग हमकै सब कुछ मुफत मै काए ना देगो?
पर अगर कुछ डुग्गी तोड़कै अगल कर दई गंई और तुम जो जंगली जैतून हौ, और तुम उनकी जघै मै कलम लगाए गए हौ और तुम उस जैतून की जड़ सै तागत लेते रैहए।
जौ सच है, कै बे अपने अबिसवास के कारन काटकै अगल कर दए गए, मगर तुम अपने बिसवास के कारन अपनी जघै मै बने भए हौ। तुम घमंड ना करौ, पर चौकस रैहओ।
इसताँई परमेसर की दया और बाकी सकताई मै धियान दे। जौ सकताई उसके ताँई है जो गिरे हैं, पर तुम बाकी दया मै बने रैहऔ, तौ तुमरे ऊपर दया होगी। ना तौ तुम बी पेड़ सै काट फैंके जाऔगे।