2 मैं उन सबई के नाम जौ चिट्ठी लिख रओ हौं, जो रोम मै परमेसर के पियारे हैं और जो पबित्तर होनै के ताँई बुलाए गए हैं, हमरे पिता परमेसर और परभु ईसु मसी की ओर सै तुमकै किरपा और सान्ति मिलती रैह।
और इस सच्चाई सै हमेसा की जिन्दगी की उमीद बंधै, जिसको बादो कबी झूँट ना बोलनै बारे परमेसर नै सुरू सैई करो है।
जैसे पुराने बखत सै बौ अपने पबित्तर नबिऔ के मौह सै जौ कैतो आओ है।
अनन्त परमेसर नै अब अपनी आगियाँ के दुआरा नबिऔ की किताबौ मै सैरी जातिऔं कै उस लुके भए राज कै परकट करो है जिस्सै कै बे सब बिसवास करैं और उसकै मानै।
पर अब बिना नियम के परमेसर लोगौ कै कैसे धरमी बनाबै है जौ बात परकट भई है, इसकी गभाई नियम और नबी देवै हैं।
हर तरै सै भौत फाएदा है। पैले तौ जौ कै परमेसर के बचन उनकै सौंपे गए हैं।
परमेसर की ओर सै सिगरे नबिऔ नै बाके बारे मै जौ गभाई दई कै जो कोई बी बाके ऊपर बिसवास करैगो तौ ईसु के नाम सै बा आदमी के पाप माफ हो जांगे।”
जौ मुकदमा जा बात की बजै सै मेरे ऊपर चल रओ है कै जो बादो परमेसर नै हमरे बापदादौं के संग करो हो मैंनै बाके ऊपर बिसवास करो।
जौ सब कुछ इसताँई भओ कै जो बचन परभु नै अपने नबी के दुआरा किब्बाओ हो बौ पूरो हो जाय।
हम तुमरे सामने बौ अच्छी खबर सुनावै हैं जिसको बादो परमेसर नै हमरे बापदादौं सै करर खाओ हो।