2 फिर मैंनै एक और सुरगदूत कै जिन्दे परमेसर की मौहर लेए भए अगार सै आते भए देखो, उसनै उन चारौ सुरगदूतौं सै जिनकै धरती और समन्दर कै उजाड़नै को अधकार मिलो हो, जोर सै ऊँची अबाज मै चिल्लाकै कैई,
उनसै कैई गई कै बे ना तौ धरती की घाँस कै, ना किसी हरियाली कै, ना किसी पेड़ौ कै नुकसान पौंचाऐ, पर उन आदमिऔ कै नुकसान पौंचाऐ जिनके माथे मै परमेसर की मौहर ना है।
पर कुछ बी होए परमेसर की बुनियाद पक्की और मजबूत है और बामै जौ लिखो पड़ो है कै, “परभु अपने लोगौ कै जानै है।” और जो ऐंसो कैबै हैं कै, “मैं परभु को हौं, तौ बाकै बुरे काम सै बचकै रैहनो चँईऐ।”
तुम लोगौ नै सच्चाई को बचन अपनी मुक्ति की अच्छी खबर कै सुन्नै के बाद मसी मै बिसवास करो, और तुमरे ऊपर परमेसर नै मौहर के रूप मै पबित्तर आत्मा दओ जिसको बादो परमेसर नै करो हो।
बा खाने के ताँई मैहनत ना करौ जो सड़ जावै है, पर बा खाने के ताँई मैहनत करौ जो हमेसा जिन्दगी भर बनो रैहबै है, जिसकै आदमी को लौंड़ा तुमकै देगो, कैसेकै अब्बा यानी परमेसर नै बाई मै अपनी मौहर लगाई है।”
फिर मैंनै एक दूसरे सकतिसाली सुरगदूत कै बादर ओढ़े भए आसमान सै उतरते देखो, उसकी खोपड़ी मै धनकमान हो बाको मौह सूरज के जैसे और बाके पाँऐ आग के खम्मा के जैसे हे।
फिर एक और सुरगदूत सौने को धूपदान लेए भए आओ, और बेदी के धौंरे खड़ो हो गओ। बाकै भौत सी धूपबत्ती देई गंई कै सब पबित्तर लोगौ की पिराथनाऔ के संग जो सिंगासन के सामने सौने की बेदी है उसमै चढ़ाऐ।
और तुम सिओन के पहाड़ के धौंरे और जिन्दे परमेसर के सैहर मै आए हौ जो सुरग को ऐरूसलेम है बाके धौंरे जानै कितने हजारौं सुरगदूत खुसी मनानै के ताँई इखट्टे होवै हैं।
कैसेकै बे खुद हमरे बारे मै बताबै हैं कै तुमनै हमरो सुआगत कैसो करो और तुम मूरतिऔं कै छोड़कै परमेसर की ओर कैसे आए, जिस्सै कै बे जिन्दे और सच्चे परमेसर की सेवा करैं।