“देखौ! मैं चोर के हाँई आ रओ हौं। धन्न है बौ, जो जगतो और अपने लत्तौ कै अपने संग रक्खै है, ताकि बौ नंगो ना फिरै और लोगौ के सामने उसकै सरमिन्दा ना होनो पड़ै।”
बे सैरे काम इसताँई करै हैं कै लोग उनकै देखैं। बे अपने ताबीजौ और लत्तौ की झालरौं कै इसताँई बड़े सै बड़ी करते रैहबैं हैं जिस्सै लोग उनकै धरमात्मा समजैं।
“सरदीस के बिसवासिऔ की मंडली के सुरगदूत कै जौ लिख, “जिसके धौंरे परमेसर की सात आत्मा और सात तारे हैं, बौ जौ कैबै है कै, “मैं तेरे कामौ कै जानौ हौं, तू जिन्दो तौ कैलाबै है, पर है मरो भओ।
इसताँई याद कर, कै तैनै कैसी सिक्छा पाई ही और सुनी ही, और उनमै बनो रैह और मन फिरा। अगर तू जगो ना रैहगो तौ मैं चोर के हाँई आ जांगो और तू जान ना सकैगो कै मैं किस घड़ी तेरे धौंरे आ गओ।