कैसेकै मैमना जो सिंगासन के बीच मै है उनकी रखबारी करैगो और उनकै जिन्दगी दैनै बारे जल के सोतौं के धौंरे ले जाऐ करैगो और परमेसर उनकी आँखौ सै सब असुआ पछौन डारैगो।”
पर परभु को दिन चोर के हाँई अचानक सै आगो, बा दिन आसमान एक बड़ी अबाज के संग गायब हो जागो और एक बड़ी लपट के संग सबई चीज पिगल जांगी, और धरती और बाके सबई काम सामने आ जांगे।
और जो जा दुनिया की चीजौ के लेन-देन मै डूबै हैं, बे ऐंसे रैह, मानौ इन चीज को उनसै कोई मतलब ना हैं, कैसेकै जो दुनिया हम देख रए हैं बौ जादा बखत तक टिकी ना रैहगी।
इसताँई सरब सकतिमान परभु जौ कैबै है कै, “तुम उन लोगौ के बीच मै सै लिकरकै अगल हो जाऔ और जो चीज असुद्द हैं उनकै ना छूँऔ, तौ मैं तुमकै अपनांगो। और मैं तुमरो अब्बा हौंगो और तुम मेरे बालक होओगे।”
और समन्दर नै उन मरे भएऔं कै जो उसमै हे दे दए, और मौत और अधलोक नै उन मरे भएऔं कै जो उनमै हे दे दए; और उनमै सै हर एक को उनके कामौ के अनुसार नियाय करो गओ।