8 इसताँई एकई दिन मै उसके ऊपर मुसीबत आ पड़ंगी मौत, दुख और अकाल। और बौ आग मै भसम हो जागी कैसेकै परमेसर परभु जो भौत सकतिसाली है, उसई नै जाको नियाय करो है।”
और बे अपनी खोपड़ी मै धूदर डारते, रोते और दुखी होते भए ऊँची अबाज सै कैललगे हे, “हाय! हाय! इस सैहर की धन-दौलत सै जिहाज के सब मालिक सेट बन गए, और जौ एक घड़ी भर मैई नास हो गओ।”
और बस घड़ी भर मैई जौ सब धन-दौलत नास हो गई।” और हर एक जिहाज कै चलानै बारो, और जिहाज मै बैठनै बारे आदमी, जिहाज मै काम कन्नै बारे और बे सब लोग बी जो समन्दर सै अपनी रोजी-रोटी कमाबै हैं, बे उस सैहर सै दूरई खड़े रैहए।