6 और जो हमेसा जिन्दो रैहबै है, और जिसनै सुरग कै और जो कुछ उसमै है, धरती कै और जो कुछ उसमै है, और समन्दर कै और जो कुछ उसमै है, बनाओ और उसकी कसम खाकै कैई, “अब तौ और देर ना होगी।
तब जे चौबीसौ बुजरग सिंगासन मै बैठनै बारे के सामने गिर पड़ै हैं और बाकी जो युगौं-युगौं तक जिन्दो है आराधना करैं हैं और बे अपने अपने मुकट सिंगासन के सामने जौ कैते भए डार देवै हैं,
उनमै सै हर एक कै सपेद लत्ता देए गए, और उनसै कैई गई कै, और थोड़ी देर तक आराम करौ, जब तक कै तुमरे संगी दास और भईया जो तुमरे जैसे बलि होनै बारे हैं, उनकी बी गिनती पूरी ना हो ले।
इसताँई हे सुरग और उनमै रैहनै बारे खुसी मनाऔ। पर हे धरती और समन्दर, तुमरे ऊपर हाय! कैसेकै सैतान बड़ी घुस्सा के संग तुमरे धौंरे उतर आओ है, कैसेकै बौ जानै है कै, बाको थोड़ोई टैम और बाकी है।”
फिर उसनै मैंसै कैई, “सब कुछ पूरो हो चुको है। मैंई पैलो और आखरी हौं, मैंई सुरूआत और अन्त हौं। जो बी पियासो है, मैं उसकै जिन्दगी के जल के सोत सै मुफत मै पिबांगो।