जैसो पबित्तर सास्तर मै लिखो है कै, “अपने पड़ोसी सै बैसेई पियार करौ, जैसो तुम अपने आप सै करौ हौ।” और अगर तुम परमेसर के राज की जा आगियाँ कै पूरी करौ हौ, तौ तुम अच्छो करौ हौ।
“पर जो कोई नमर लोगौ मै सै जो मेरे ऊपर बिसवास करैं हैं, एक कै बी भटकावै है, उसके ताँई जौई भलो होतो, कै बाकी गरदन मै चक्की को पटा बांधो जातो और बौ गैहरे समन्दर मै डुबै दओ जातो।