सितेफनुस के मरनै के बाद जो मुसीबत सुरू भंई हीं और जिसकी बजै सै जो बिसवासी लोग इतै-उतै बिखरे पड़े हे, बे फिरते फिरते फिनीकिया, कुपरूस और अन्ताकिया सैहरौं मै जा पौंचे हे, पर जे यहूदी लोगौ कै छोड़कै किसी दूसरे कै बचन ना सुनावै हैं।
तबई पतरस और यहून्ना नै अपनी गभाई दई और परभु को बचन सुनाते भए बहाँ सै सामरिया के भौस्से गामौ मै परमेसर की अच्छी खबर को परचार करते भए बापस ऐरूसलेम मै लौहट आए।
इतने मै जब हजारौं की भीड़ लग गई, हिंया तक कै एक दूसरे के ऊपर गिर पड़ल लगे, तौ ईसु सबसै पैले अपने चेलौ सै कैललगो, “फरीसिऔं के कपटरूपी खमीर सै चौकस रैहईओ।
ऐंसो भओ कै एक दिन जब ईसु उपदेस देरओ हो तौ बहाँ फरीसी और यहूदी सास्तरी बी बैठे हे। जो गलील और यहूदिया के हर एक गामौ सै और ऐरूसलेम सै आए हे, पर परभु की सकति लोगौं के ठीक कन्नै के ताँई ईसु के संग ही।