18 इसताँई चौकस रैहऔ, कै तुम किस रीती सै सुनौ हौ, कैसेकै जिसके धौंरे कुछ है, उसई कै और दओ जागो और जिसके धौंरे कुछ ना है, बासै बौ बी ले लओ जागो, जिसकै बौ अपनो समजै है।”
कैसेकै मैं उस किरपा के दुआरा जो मैंकै देओ गओ है, तुम्मै सै हर एक कै कैबौ हौं, कै जैसो समजनो चँईऐ, उस सै जादा कोई बी अपने आपकै ना समजै, पर परमेसर नै हर एक कै जितनो जितनो बिसवास दओ है, बैसेई सोच समजनै के बाद अपने आपकै समजै।
बिरिया सैहर के लोग थिसलुनीके के यहूदी लोगौ सै अच्छे हे और इनौनै बड़े धियान सै परमेसर को बचन सुनो और पौलुस नै जो बात कैंई हीं उनकै रोज पबित्तर सास्तर मै ढूंड़ते रैहए कै जे बात सच्ची हैं कै झूँटी हैं।
तबई मैंनै तुरन्त तेकै लैनै के ताँई अपने आदमी भेजे और तैनै बी अच्छो करो कै तू आ गओ। अब हम सिगरे जनी परमेसर के सामने हैं, और जो कुछ तेकै परभु नै कैई बौ हमकै सुना।”
“जब तुम उस उजाड़नै बारी घिनौनी चीज कै जहाँ बौ ना होनी चँईऐ, बहाँ खड़ी देखौ, जिस कारन सै मन्दर सुनसान हो जागो (पढ़नै बारो समज लैं जाको मतलब का है) तब जो यहूदिया मुलक मै हौं बे पहाड़ौ मै भाज जाँय।