23 बानै उनसै कैई, “तुम मेरे ऊपर जौ कहाबत जरूर कैऔगे, कै हे बैद, अपने आपकै ठीक कर, कै जो कुछ हमनै सुनो है कै कफरनहूम मै तैनै करो है बाकै हिंया अपने मुलक मै बी कर।”
पर अब सै हम किसी बी आदमी कै जा दुनिया की नजरौ के हिसाब सै ना देखंगे। पर एक बखत हो जब हम मसी कै जा दुनिया के लोगौ की नजरौ के हिसाब सै देखै हे पर अब ऐंसे ना देखै हैं।
तौ अपने भईया सै तू कैसे कैह सकै है, ‘भईया, तू अपनी आँख को तिनका मैंकै लिकारन दे, जबकि तू अपने आँख के लट्ठा कै ना देख रओ है,’ अरे कपटी, पैले अपनी आँख को लट्ठा दूर कर, तब तेकै अपने भईया की आँख को तिनका बाहार लिकारनै के ताँई दिखाई दे सकैगो।
और ईसु सैरे गलील मै फिरतो भओ उनकी पिराथना घरौं मै उपदेस देतो और परमेसर के राज की अच्छी खबर को परचार करतो और लोगौं की हर तरै की बेमारी ठीक और कमजोरिऔं कै दूर करतो रैहओ