पर जक्कई खड़ो भओ और ईसु सै बोलो, “हे परभु ईसु, देख, मैं अपनी सैरी धन-दौलत को आधो हिस्सा गरीबौ कै दे दंगो और अगर मैंनै किसी को छल सै कुछ बी लओ है तौ उसकै चार गुना करकै लौहटा दंगो।”
इसताँई जब गभाऔ की इत्ती बड़ी भीड़ हमकै घेरे भए है, तौ आऔ हम हर एक रुकाबट और उलझानै बारे पापौं सै छुट कै जो दौड़ हमकै दौड़नी है, बाकै सबर के संग दौड़ने मै लगे रैंह।
और सिपाई बी उस्सै पूँछल लगे, “हम का करैं?” बानै उनसै कैई, “किसी के ऊपर दबाब डारकै बासै पैसा ना लो और नाई किसी के ऊपर झूँटो दोस लगाऔ, पर अपनी तनखा सैई खुस रौह।”