21 हम तौ उमीद करै हे कै बौई ईसराइल के लोगौं को छुटकारो कन्नै बारो है, पर इन बातौं के बीते जौ तीसरो दिन है।
“ईसराइल के परभु परमेसर की जै हो, बौ अपने लोगौं की सायता के ताँई आओ और उनको छुटकारो करो है।
और बौ उस घड़ी बहाँ आकै परभु को धन्नबाद करल लगी, और जो लोग ऐरूसलेम के छुटकारे को इन्तजार कर रए हे, उस बालक के बारे मै उन सबसै बात करल लगी।
बे जौ नओ गीत गाल लगे, “तू इस किताब कै लैनै और इसकी मौहर खोलनै के लायक है, कैसेकै तैनै बलि होकै अपने खून सै हर एक गोत और भासा और लोग और जाति मै सै परमेसर के ताँई लोग मोल लए हैं।
जब बे एक संग इखट्टे भए तौ उनौनै बासै पूँछी, “हे परभु, का तू इसई बखत ईसराइल राज कै फिर सै बना देगो?”
तैनै कल जिस तरीका सै मिसरी आदमी कै मारो हो तौ का तू मैंकै बी बैसेई मारनै की सोचै है?’