और परमेसर सबको नियाय करैगो।” दुसट लोगौ कै उनके बुरे काम के ताँई और जो उनौनै अपनी बुराई की बजै सै करर खाए हैं और उन दुसट पापी लोगौ कै जिनौनै बाके खिलाप बुरे बचन बोले हैं, उनकै परमेसर दोसी ठैरागो।
कैसेकै बौ आत्मा जो तुमकै मिली है, फिर सै दास बनानै या डरानै के ताँई ना है, बलकन बौ आत्मा तुमकै परमेसर की गोद लेई भई औलाद बनाबै है। जिस्सै हम “हे अब्बा, हे पिता” कैह कै परमेसर कै बुलाबै हैं।
मालिक नै उस्सै कैई, ‘अरे दुसट नौकर, जो तू कैरओ है उसई सै मैं तेरो फैसला करंगो, तू तौ जानैई हो कै मैं कठोर आदमी हौं, जो मेरो ना है उसकै बी ले लेबौ हौं, और जो मैंनै बोओ बी ना है, उसकै बी काट लेबौ हौं।